Ingredients: Pumpkin leaves,ridge gourd,gram
lentil,garlic cloves,red chilies,oil,salt
Wash those green,soft and small pumpkin
leaves (20-25 nos.).Pumpkin leaves are rough in texture so one has to be
careful when removing the soft parts which are in between the veins.
Add half cup of water and close the cooker cover . switch on the
gas. wait till 2-3 whistle to come. Switch off the gas and let the cooker’s
pressure come down.
Mix them well and add salt as per your taste.Cover it for sometime and
cook until all the water from the mixture gets evaporated.
Note: In Chhattisgarh recipes from
different kind of leaves are very common and each one of them has having its own benefits.Pumpkin leaves are rich in Iron ,
other required minerals and it is also easily available at the kitchen gardens
.
कुम्हड़ा के मुलायम पत्तों (20-25) को ले कर अच्छे से धो लें। अब पत्तों की शिराओं के बीच के मुलायम भाग को अलग करते जाएँ। और उनको बारीक़ काट लें। अब तरोई या ढोडका (1-2) को छीलकर साफ़ कर लें और उसे भी बारीक काट ले। एक कुकर में थोडा पहले से भीगा हुआ मुट्ठी भर चना दाल ले और कटी हुई भाजी एवं तरोई को थोड़ा पानी डाल कर २-३ सिटी होने तक पकने दे। अब एक कड़ाई में थोड़ा सा तेल गरम करे। उसमें बारीक़ कटी लहसुन और २-३ लाल मिर्च का तड़का दें। उसमें कुकर में पकी हुई भाजी को डालें और अच्छे से मिलाएं। स्वादानुसार नमक मिलाएं। जब तक पूरा पानी वाष्पीकृत न हो जाए तब तक पकने दे अच्छे से सूखने पर गैस को बंद कर दे। खाने पर गरम गर्म चावल और दाल के साथ परोसें।
नोट : छत्तीसगढ़ में भाजी खाने का प्रचलन है और अलग अलग तरह की कई भाजियों को खाया जाता है। कुम्हड़ा(कद्दू) भाजी आसानी से हर घर में उपलब्ध होती है और खनिज लवण से भरपूर होती है।
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