Ingredients: Rice flour,water ,salt,sesame seeds, mustered seeds,red chili,garlic cloves,curry leaves and chopped coriander leaves
Take Rice flour add hot water , salt and kindle all the ingredients and make a tight dough.
Now make thick rolls out of dough .
Take water in big steel or aluminum pot and tie thin cotton cloth on mouth of the pot and start boiling the water .
Now make thick rolls out of dough .
Take water in big steel or aluminum pot and tie thin cotton cloth on mouth of the pot and start boiling the water .
Once its boild put all the rice roll on the cloth and cover with the plate .
Leave it for 15-20 mins . After 15 min takeout all the rolls and serve it hot with green chutney pickle.
Leave it for 15-20 mins . After 15 min takeout all the rolls and serve it hot with green chutney pickle.
(you can use idly maker for boiling process)
If your taste buds demand more tangy version of it then seasoned them with sesame seeds, mustered seeds,red chili,garlic cloves,curry leaves and chopped coriander leaves.
If your taste buds demand more tangy version of it then seasoned them with sesame seeds, mustered seeds,red chili,garlic cloves,curry leaves and chopped coriander leaves.
Note: Muthiya is very healthy and heavy breakfast.Its boiled and very less oil contained .In Chhattisgarhi villages people eat muthiya with graet interest .During small distance travel one can carry it .
सुबसे पहले चावल का आटा , नमक और पानी दाल कर गूँथ लें .और गुथें हुए आटे से मोटे रोल बनाये.अब बड़ा पतीला में पानी ले और उसका मुह पतले सूती कपडे से बाँध दें .जब पानी अच्छी तरह से उबल जाए और उसमें से भाप आनी शुरू हो जाए तब रोल्स को उस पर रख दे और किसी प्लेट से डांक दें .१५-२० मिनट के लिए पकने दें.१५ मिन के बाद डक्कन खोले और मुटिया को हरी चटनी या आचार के साथ परोसें।
अगर आप को चटपटा खाने का मन कर रहा हो तोह इसे तिल,सरसों,लाल मिर्च ,लहसून ,मीठा नीम का तड़का दे कर उप्पर से बारीक कटी धनिया छिड़क दें।
नोट: मुठिया स्वास्थप्रद और भारी नास्ता है जो सुबह को ज्यादातर खाया जाता है। भाप में पके होने और बहुत कम तेल के उपयोग के कारण हर कोई इसे खा सकते हैं। छत्तीसगढ़ी गाओं में लोग बहुत चाव से खाते हैं। अगर ७-८ घंटे की यात्रा कर रहे हैं तोह इसे ले जा भी सकते हैं।
अगर आप को चटपटा खाने का मन कर रहा हो तोह इसे तिल,सरसों,लाल मिर्च ,लहसून ,मीठा नीम का तड़का दे कर उप्पर से बारीक कटी धनिया छिड़क दें।
नोट: मुठिया स्वास्थप्रद और भारी नास्ता है जो सुबह को ज्यादातर खाया जाता है। भाप में पके होने और बहुत कम तेल के उपयोग के कारण हर कोई इसे खा सकते हैं। छत्तीसगढ़ी गाओं में लोग बहुत चाव से खाते हैं। अगर ७-८ घंटे की यात्रा कर रहे हैं तोह इसे ले जा भी सकते हैं।