Ingredients :
Beaten Rice
Oil
Onion
Potato
Green chili
Green Coriander
Mustard Seeds
Ground Nuts
Fennel Seeds
Salt
Turmeric
curry leaves
For this Chhattisgarh recipe, Take medium size Poha (beaten rice). Pour some water, wash it thoroughly and drained the water immediately.L eave it for some time.
(if you are taking fine poha, then; only sprinkle a small quantity of water from top and mix it gently and leave it for some time.)
Now give a long thin cut to 1 big onion.T ake 1 potato and give a fine cut to it .1-2 green chilies fine chopped, Chopped Green coriander leaves.
Heat cooking oil in a pan. Deep fry some ground nut and keep them separately.
Now put mustard seeds,saunf (fennel seeds), curry leaves and green chilies. Let them saute and later mix chopped onion and potato.
Once it turned golden brown add some salt, turmeric powder, little sugar and mix them well.
Add fried groundnut and soaked beaten rice with the cooked onion and potato mix. Mix them all together slowly and gently.
You can cover it for 2-3 minutes then Switch off the flame.N ow Squeeze some lemon juice and mix it well.
Garnish with some chopped green coriander leaves.
Note: Beaten rice is consumed everywhere in India. There are so many recipes which are prepared with it. Chhattisgarh is not an exception for it. Being a rice producer it is one of the biggest producer and exporter of beaten rice. The Poha is one of the traditional Chhattisgarh food and favorite recipes for breakfast, especially on Sundays. The beaten rice contains many health and nutritious qualities.
सबसे पहले मध्यम मोटाई वाला पोहा लें। इसे पानी से धो लें और पानी को बहा दें और थोड़े देर के लिए पोहे को मुलायम होने के लिए छोड़ दें। अगर आप पतले मोटाई का पोहा लेते है तब पानी ऊपर से हलके से छिड़कें क्योंकि यह बहुत जल्दी गीला हो जाता है और आराम से मिलाकर भीगने छोड़ दें।
एक कड़ाई में तेल गरम करें और उसमें थोड़ी मूंगफली दानो को तल कर निकाल लें।
अब तेल में थोड़े सरसों दाने ,सौंफ,कटी हरी मिर्च, और कड़ी पत्ते डालें। अब पतले कटे प्याज़ और बारीक़ कटे आलू डाल कर पकने दें। जब आलू और प्याज़ सुनहरे हो जाएँ तब नमक स्वादानुसार ,हल्दी पीसी और थोड़ी शक्कर डाल कर पकने दें। कुछ देर बाद मिश्रण में भीगा हुआ मुलायम पोहा व् तली हुई मूंगफली मिला दें और अच्छी तरह से मिला लें।
२ मिनट के लिए ढक कर पकाइये और ढक्कन खोलने के बाद आंच को बंद कर दीजिये। ऊपर से थोड़ा नीबू का रस डालें और मिला लें।
पोहा खाने के लिए एकदम तैयार है ऊपर से हरी कटी धनिया डाल कर परोस लें।
नोट : पोहा भारत में हर जगह ही बहुत प्रचलित है। इसे अलग अलग नामो से जाना जाता है जैसे -चिवड़ा ,चुरा,अवलक्की और बहुत अलग अलग विधियों से बनाया जाता है। छत्तीसगढ़ में भी पोहा बहुत खाया जाता है। छत्तीसगढ़ चावल उत्पादन में प्रमुख होने के कारण पोहा निर्यातक राज्यों में से एक है।