Bhajiya(Pakodi)Kadi |
Pakodi or bhajiya kadhi/भजिया /पकोड़ी कढ़ी:
Ingredients : gram flour ,add chopped onion ,green chilli,chopped coriander leaves,salt ,cumin powder,turmeric powder,oil,curd,water
Ingredients : gram flour ,add chopped onion ,green chilli,chopped coriander leaves,salt ,cumin powder,turmeric powder,oil,curd,water
Preparation of Pakodi(Bhajiya or gram flour dumplings)
In a bawl take gram flour ,add chopped
onion(optional) ,green chilli,chopped coriander leaves,salt ,cumin powder,turmeric
powder,add some water, mix all of them and make concentrated mixture .
In a pan
heat the oil flame should be in medium .Once oil is heated properly start
deeping small balls made from the gram flour mixture and slowly deep fry all of
them .Once it turns golden brown take them out and keep on kitchen tissue paper
to soak those extra oil from the pakodi.
Preparation of Kadi
Pour 2-3 table spoon oil in the pan
Add mustard seed , curry leaver and 2-3
full red chilis
Mix 1 chopped tomato and add salt
in the mixture.
Let it cook for some time . Add coriander
powder ,turmeric powder in it.
In a separate bowl take 500 gm curd,add 1-2 spoon
gram flour ,pour some water (200ml) .Now start stirring or grinding so buttermilk or thinner consistency of curd can be prepared .
Now pour this curd mix in the same pan
where tomato is cooked .
Let the curd boil well n get mix with all the
ingredients.
Once curd is boil, deep those bhajiya’s (pakodi) in
it.
Cover whole preparation and cook for some
more time.
Bhajiya kadi is ready to serve with steamed rice.
Note : Kadi is one of the important part of chhattisgarhi food tradition. Across India Kadi is famous and made by people by other states too .In chhattisgarh dependency on cow and its by products are more ,so practice of making kadi in lunch time is a tradition.
पकोड़ियों की तैयारी
सबसे पहले पकोड़ियों या भजिये की तैयारी करेंगे। इसके लिए एक कटोरे में बेसन ,कटी प्याज (इच्छानुसार) ,थोड़ी कटी हरी मिर्च ,हरी धनिया , नमक,हल्दी पाउडर , जीरा पाउडर डालें और पानी डाल कर अच्छे से फेंट ले.
एक कड़ाई में तेल गरम करें और फेंटे हुए बेसन के छोटे छोटे गोले बनाकर गरम तेल में डालते जाएँ और मध्यम आंच में सुनहरा होते तक सेंक लें।
एक कड़ाई में तेल गरम करें , सरसों के दाने ,कर्री पत्ता और खड़ी
लाल मिर्च डाल लें
लाल मिर्च डाल लें
१ कटा टमाटर डालें और नमक मिला कर पकाएं। थोड़े देर बाद हल्दी और धनिया पावडर मिलाएं और पकने दें।
साथ साथ एक अलग बर्तन में 500gram दही लें और पानी मिला कर पतला कर लें. उसमें २-३ स्पून बेसन मिलाये और थोड़ा नमक,हल्दी पाउडर,जीरा पाउडर ,धनिया पाउडर मिलाएं। अब इसमें थोड़ा पानी डालकर ग्राइंडर में थोड़ा चला लें या फिर मथनी से मथ कर मठा तैयार कर लें।
अब इस दही के मिक्स को कड़ाई के मसाले में मिला कर पकने दे.
जब १-२ उबाल आ जाये तब पकोड़ियों को उबलते हुए दही में सीधे डालें और ढक कर पकने दें.
जब पक जाये तो ठंडा करें और गरमा गर्म चावल के साथ मज़ा लें.
टिप्पणी : भजिया /पकोड़ी कढ़ी छत्तीसगढ़ियों के खाने का एक प्रमुख अंग है। ऐसे तोह पुरे भारत में लोग इसे खाते और पसंद करते हैं परन्तु पारम्परिक रूप से गायों से बने उत्पादों पर निर्भरता ज्यादा होने के कारण कढ़ी को दोपहर के भोजन में जरूर बनाया और खाया जाता है। यह प्रोटीन का भरपूर स्त्रोत है।
टिप्पणी : भजिया /पकोड़ी कढ़ी छत्तीसगढ़ियों के खाने का एक प्रमुख अंग है। ऐसे तोह पुरे भारत में लोग इसे खाते और पसंद करते हैं परन्तु पारम्परिक रूप से गायों से बने उत्पादों पर निर्भरता ज्यादा होने के कारण कढ़ी को दोपहर के भोजन में जरूर बनाया और खाया जाता है। यह प्रोटीन का भरपूर स्त्रोत है।