Chhattisgarh Recipe -Traditional snacks-Saloni-nimkee |
Ingredients:
refine wheat flour(maida)-1/2 kg
oil -250ml to 1/2 litercarom seeds-1/2 teaspoon
salt - as per taste
water -1/2 cup
Recipe :
1. For this traditional dish of Chhattisgarh, Take half Kg of fine wheat flour(maida) in a big bowl.2. Add carom seeds (ajwain) and salt as per taste.
3. Add warm 3-4 spoons of edible oil for moyan.
4. Mix the flour well and add little lukewarm water in it.
5. Start kneading the flour and make a smooth dough. Once the dough is ready, cover it and leave for 20 minutes.
6. After 20 minutes open the cover and break the dough into the medium size balls.
7. For this Chhattisgarh Recipe, now take one dough ball and press in between your palm and press it. Keep the ball on the wooden rolling pad and put one drop of oil on it. Oil will prevent the dough from getting stuck on the rolling pad.
8. Roll the dough in big and thin chapati. Once rolling is done cut the chapati in horizontal & vertical lines.
9. You can give any shape like a square or diamond. Some people cut it in long stick structure. Transfer the pieces on the plate.
10. When all rolling and cutting of dough is over, then heat the oil in a pan. We need around 250ml deep fry the pieces.
11. Drop one of the cut pieces to check the oil whether it's hot enough to fry. Once the piece comes up then oil is ready to fry.
12. Slowly transfer one portion of the cut pieces into the oil and deep fry them gently. Keep the flame on medium or low. In between change the sides of pieces so that they can be evenly fried.
13. The color of the dough pieces will change from white to golden brown. The Saloni or namak pare is ready to take out from the oil.
14. Repeat the process with all the pieces.
Note: This traditional Chhattisgarh dish is very famous and prepared for most of the festivals. This Chhattisgarh cuisine is equally popular across India with different names. This Chhattisgarh recipe is economical and easy to make as well it can be stored for a long time.
Watch full Saloni recipe here:
https://www.youtube.com/watch?v=hyG3Urjs5Ck&t=5s
सबसे पहले २-३ छोटे चम्मच तेल गरम कर लें जो कि मोअन के लिए उपयोग होगा। एक कप में थोड़ा गर्म पानी ले लें। अब एक बड़े बर्तन में करीब आधा किलो मैदा लें। उसमें थोड़ा अजवाइन और स्वादानुसार नमक डालें और मोअन के लिए तैयार किया हुआ तेल डालें अब आते को अच्छे से मिलाएं। अब इसमें गरम किया हुआ पानी थोड़ा डाल लें और मैदे को घुटना शुरू करें। ज़रुरत पड़ने पर थोड़ा और पानी डाल मुलायम मिश्रण तैयार कर लें। मैदे के मिश्रण को डांक कर थोड़ी देर छोड़ दें।
करीब २० मिनट्स के बाद मैदे को खोलकर देखे ,और मैदे के माध्यम आकार के गोले तैयार कर लें। एक गोला लें और दोनों हथेली के बीच रख कर थोड़ा दबाएं और पाटे पर रखें। गोले पर एक तेल की बून्द डालें ताकि बेलते समय वह पाटे से चिपके नहीं।
अब गोले से एक बड़ी और पतली चपाती बनायें ,और उसे उर्ध्वा और क्षैतिज रख कर काट लें. आप इसे वर्गाकार या डायमंड आकार में काट सकते हैं। जब सारे गोलों से सलोनी काट ली हो तब एक कड़ाई में तेल लेकर गरम करें। अब एक टुकड़ा डाल कर देखें की तेल गरम हुआ है कि नहीं ,अगर टुकड़ा ऊपर आ जाये तो तेल ठीक से तलने के लिए गरम हो चुका है।
अब कुछ टुकड़ों को तेल में डाल कर माध्यम आंच में तलें। और बीच बीच में पलटते रहे ताकि हर ओर से अच्छी तरह सेंक सके। धीरे धीरे सलोनी सफ़ेद से सुनहरा हो जाये तब इसे तेल से से बहार निकाल लें। सभी टुकड़ों को अच्छे से इसी तरह सेंक लें।
सलोनी या नमकपारे तैयार हैं।
नोट : यह पारम्परिक पकवान छत्तीसगढ़ में लगभग हर त्यौहार का हिस्सा है। वैसे तोह यह पूरे भारतवर्ष में अलग अलग नामों से जाना जाता है पर छत्तीसगढ़ में इसे सलोनी कहा जाता है। यह कम खर्चीला और बनाने में सरल होने के साथ साथ बहुत दिनों तक रखा जा सकता है।
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