Ingredients : Brinjal (eggplant),2 onion , 2 tomatoes fine chop , 5-6 chopped garlic cloves ,1-2 green chili (chopped or full),
mustard seeds ,methi seeds , curry leaves, garlic pieces, salt,turmeric powder, coriander powder ,green coriander,oil
Method :
Take a big size brinjal (eggplant) and wash it . After washing ,give a vertical half cut on the brinjal to check that, it should not be rotten from inside.
Now put the brinjal (eggplant) on the flame directly on stove /wood or coal (some people put a layer of oil on the outer violet skin before putting on the flame.
In between change the sides as it should be roast from all the sides.
Once color gets changed (dark brown ) and the size of brinjal shrink significantly, switch off the flame .Let brinjal cold for some time.
Once brinjal(eggplant) cold, peel off the outer skin gently . One can see the inside off white color soft roasted part .
Take one plate and mash soft pulp portion nicely.
Take 2 onion and 2 tomatoes fine chop them. Take 5-6 garlic cloves and chop them ,1-2 green chili (chopped or full)
Take a pan and put it on burner .Pour 2-3 spoons of oil of your choice.
Once oil is heated enough put mustard seeds ,methi seeds (if you feel acidic after eating brinjal ) curry leaves, garlic pieces, chilies and add onions in it .
Once oil is heated enough put mustard seeds ,methi seeds (if you feel acidic after eating brinjal ) curry leaves, garlic pieces, chilies and add onions in it .
Once onion turns golden brown add tomatoes with it and cook for some more time .Once tomatoes are cooked and soft, add salt,turmeric powder, coriander powder mix them well let itcook for 2 mins.
Add mashed brinjal(eggplant) in the mixture and mix them well together , cook for 5-6 minutes more . Finally add chopped green coriander.
Bharta is ready .
Note : Brinjal (eggplant) is used in cooking in most of the places in India as chhattisgarh is not different from it . In chattisgarh brinjal is grown at home . Brinjal is a vegetable which is having many nutrients and health related benefits.
Note : Brinjal (eggplant) is used in cooking in most of the places in India as chhattisgarh is not different from it . In chattisgarh brinjal is grown at home . Brinjal is a vegetable which is having many nutrients and health related benefits.
बैगन का भरता बनाने की विधि :
एक बड़े आकार का बैगन /भटा लीजिये और उसे अच्छी तरह से धों लें। अब भटे /बैगन को बीच से लम्बा चीरा लगाकर देख लें कि यह अन्दर से ख़राब तो नहीं है। अब इसे मध्यम आंच पर स्टोव पर रखें और भुनने दें। बीच में बीच में बैगन को पलटते रहें ताकि बैगन सभी तरफ से अच्छी तरह से भून जाये। जब बैगन भूनने पर मुलायम हो जाये और आकार में पिचक जाए तब स्टोव को बंद कर कर दें। अब इसे ठंडा होने दें। थोड़ी देर बाद जब यह ठंडा हो जाये तब इसकी ऊपरी भूनी हुई परत निकाल कर इसे अच्छी तरह से उँगलियों से मैश कर लें। और इसे अलग रख दें।
अब २ प्याज़ और २ टमाटर लेकर बारीक़ काट लें। 5-6 लहसून की कलियाँ छीलकर उन्हें भी बारीक़ काट लें। १-२ हरी मिर्ची लेकर काट लें और थोड़ा कड़ी पत्ता धो कर रखें।
अब एक कड़ाई में तेल गरम करें और उसमें सरसों के दाने ,मेथी के दाने (पाचक के रूप में ), कढ़ी पत्ते ,लहसून के बारीक़ टुकड़े ,मिर्ची डाल कर तड़का दें और फिर उसमें कटी प्याज़ डाल कर सुनहरा होने तक भुने। अब उसमें टमाटर के कटे टुकड़ें डालें और थोड़ी देर पकने दें। अब उसमें स्वादानुसार नमक,पीसी हल्दी ,पीसी धनिया डाल कर अच्छे से मिलाएं और थोड़ी देर पकने दें। अब मैश किये हुआ भुने बैगन को इस मिश्रण में मिलाएं और थोड़ी देर पकने दें। और इसमें बारीक़ कटी हरी धनिया मिलाएं। गैस बंद कर दें। बैगन का भरता तैयार है।
नोट : बैगन प्रायतः भारत के सभी प्रांतों में खाने में प्रयोग किया जाता है। छत्तीसगढ़ में भी यह पाक कला का अभिन्न हिस्सा है। घरों में इसे उगाया भी जाता है। बैगन स्वास्थवर्धक तत्वों से भरपूर होता है और कई बीमारियों को ठीक करने में सहायक की भूमिका निभाता है।
अब एक कड़ाई में तेल गरम करें और उसमें सरसों के दाने ,मेथी के दाने (पाचक के रूप में ), कढ़ी पत्ते ,लहसून के बारीक़ टुकड़े ,मिर्ची डाल कर तड़का दें और फिर उसमें कटी प्याज़ डाल कर सुनहरा होने तक भुने। अब उसमें टमाटर के कटे टुकड़ें डालें और थोड़ी देर पकने दें। अब उसमें स्वादानुसार नमक,पीसी हल्दी ,पीसी धनिया डाल कर अच्छे से मिलाएं और थोड़ी देर पकने दें। अब मैश किये हुआ भुने बैगन को इस मिश्रण में मिलाएं और थोड़ी देर पकने दें। और इसमें बारीक़ कटी हरी धनिया मिलाएं। गैस बंद कर दें। बैगन का भरता तैयार है।
नोट : बैगन प्रायतः भारत के सभी प्रांतों में खाने में प्रयोग किया जाता है। छत्तीसगढ़ में भी यह पाक कला का अभिन्न हिस्सा है। घरों में इसे उगाया भी जाता है। बैगन स्वास्थवर्धक तत्वों से भरपूर होता है और कई बीमारियों को ठीक करने में सहायक की भूमिका निभाता है।
No comments :
Post a Comment